tag:blogger.com,1999:blog-7300925782641034328.post1070956145167026612..comments2011-12-10T03:42:02.203-08:00Comments on काव्य चर्चा: श्रेष्ठ कविता पाठक की मानसिकता को परिष्कृत करने का काम करती है- जीवन सिंहMahesh Chandra Punethahttp://www.blogger.com/profile/09695768908018459567noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7300925782641034328.post-40200325228997035242011-10-25T00:18:55.039-07:002011-10-25T00:18:55.039-07:00बड़ी कविता , दरअसल वही होगी जो जीवन के उन दर्रों ,...बड़ी कविता , दरअसल वही होगी जो जीवन के उन दर्रों , कंदराओं , बियाबानों ,बीहड़ों ,निर्जनों और घाटियों तक में प्रविष्ट होने का हौसला रखती है, जहाँ सामान्यतया लोग जाने तक की हिम्मत नहीं जुटा पाते । .....................कितने कवि हैं आज , जो इस तरह अपने समय की अंधी गहराइयों में प्रविष्ट होने की क्षमता रखते हैं । संभव हो सकता है कि अच्छी कविता का अभ्यास करते-करते कोई कवि बड़ी कविता की दिषा में प्रस्थान कर जाए। इसी के लिए एक समर्थ कवि को अपना जीवन दाव पर लगाना पड़ता है। दोनों काम एक साथ नहीं हो सकते , जीवन भी सधा रहे और कविता भी बड़ी हो जाय। जिन्होंने जीवन साधा है , उनकी कविता कभी बड़ी नहीं हो पाई।...........जीवन सिंह जी की बातें पढ़कर अपने आप को तौलने का मन हुआ ....... इस सार्थक बातचीत के लिए महेश भाई आपका आभार....pradeep sainihttps://www.blogger.com/profile/01713398453259407318noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7300925782641034328.post-73106320020182818202011-10-18T10:20:04.297-07:002011-10-18T10:20:04.297-07:00jeevan singh ji humare samay ke bade chintak aur s...jeevan singh ji humare samay ke bade chintak aur samalochak hain..untne hi bade manush bhi ..manush bhav se bhare huye.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7300925782641034328.post-65581735762012184022011-10-18T07:59:33.562-07:002011-10-18T07:59:33.562-07:00एक एक शब्द पूरी एकाग्रता से पढ़ा.. कथन में इतनी गह...एक एक शब्द पूरी एकाग्रता से पढ़ा.. कथन में इतनी गहराई है जिस प्रकार से कविता को परिभाषित किया गया है फिर श्रेष्ठ और महान कविता में अंतर स्पष्ट किया है वह सिर्फ पढ़ने योग्य नही बल्कि गुनने योग्य है.. मेरे लिए तो मानो अमृत सामान रहा ये लेख ... आपका बहुत आभार.लीना मल्होत्राhttps://www.blogger.com/profile/07272007913721801817noreply@blogger.com